Lamborghini Huracán LP 610-4 t
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने
सेशल्स की अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान
वहां के एक अखबार 'टुडे' को दिए इंटरव्यू में
अपने जीवन से जुड़ी कई दिलचस्प बातें शेयर
की हैं। अखबार में शनिवार को छपे इस
इंटरव्यू में मोदी से उनके गुस्से, डर, शौक जैसे
सवाल भी पूछे गए। जानिए इन सवालों के
क्या जवाब दिए उन्होंने...
सवाल नं 1: छुट्टियां मनाने के लिए आपकी
सबसे पसंदीदा जगह कौन सी है?
जवाबः प्रश्न पूछने के लिए धन्यवाद।
दरअसल इस प्रश्न से बहुत सारी यादें ताज़ा
हो जाती हैं। मेरे जीवन के 40 से अधिक सालों
तक, जब तक मैंने कार्यकारी पद नहीं संभाला
था, मैं संगठनात्मक कार्यों में शामिल था,
जिसके कारण मुझे संपूर्ण भारत की यात्रा
करने का अवसर मिला। प्रत्येक जगह अपने
आप में विशिष्ट है, नए-नए अनुभव मिलते हैं
और आनंद प्राप्त होता है।
सवाल नं 2: ऐसी किताब जिससे आपके जीवन
में परिवर्तन आया हो?
जवाब : जीवन के कई पहलू हैं। केवल एक
पहलू के बदलने से पूरा जीवन नहीं बदल
सकता। जीवन की यात्रा विकास की एक
प्रक्रिया है, यह स्वभावतः सिर्फ परिवर्तन
नहीं है, इससे भी ज्यादा कुछ है।
हमारी संस्कृति में हमें सिखाया गया है कि हम
सभी क्षेत्रों के सर्वश्रेष्ठ विचारों को
आत्मसात करें, विभिन्न ग्रंथों, शास्त्रों,
सम्मानित संतों और अन्य जानकार पुरुषों
और महिलाओं से सीखें। मैं भाग्यशाली रहा हूं
कि मुझे यह अनुभव मिला, लोगों के विविध
विचारों को सुनने का अवसर मिला। मुझे
किताब पढ़ने का भी बहुत शौक है। इससे मुझे
सकारात्मक और नवीन विचार मिलते हैं और
साथ-ही-साथ प्रेरणादायक संदेश जो मेरे मन
को प्रभावित करते हैं।
सवाल नं 3: आप अपने आप को आराम कैसे
देते है?
जवाब : काम निर्धारित समय में संपन्न हो
और पूरी तरह संपन्न हो - इससे मुझे सबसे
ज्यादा सुकून और आराम मिलता है। मैं
जानता हूं कि अपने आसपास के माहौल को
बदलना या इसके लिए कोशिश करना आराम
करने का एक सामान्य तरीका है- अपने काम
से कुछ समय के लिए विराम लेना या काम
करने के माहौल को बदलना। कई लोग ऐसा
करना भी पसंद करते हैं। अपने अनुभव से
सीखा है, मैं 'योगः कर्मसु कौशलं' में विश्वास
करता हूं। काम में उत्कृष्टता ही योग है, इस
लोकनीति को आत्मसात करने से मुझे संतुष्टि
मिलती है। कार्य से संतुष्टि मिलती है और
इस संतुष्टि से काफी आराम एवं सुकून मिलता
है।
सवाल नं 4: क्या आप खाना बना सकते हैं?
जवाब: मेरा अधिकतर जीवन कठिनाइयों से
भरा रहा है, एक जगह कभी स्थिर नहीं रहा
और अपनी बदौलत अपना जीवन बसर किया
है। इस वजह से मुझे खाना पकाना सीखना
पड़ा और धीरे-धीरे यह एक आदत बन गई।
स्वभावतः मैं किसी चीज को अच्छी तरह से
करना पसंद करता हूं और यही प्रयास मैं
खाना पकाने के समय भी करता हूं! लेकिन अब
15-20 साल हो गए हैं। फिर भी मैंने एक बार
बनाया था जब मैं अपने गृह राज्य का
मुख्यमंत्री था।
सवाल नंबर 5: आपके अनुसार आपके मुख्य
गुण क्या-क्या हैं?
जवाब : हमारी संस्कृति में और हमारे पवित्र
ग्रंथों के अनुसार यह माना जाता है कि बाहरी
दुनिया का पता लगाना और उसकी खोज
करना अपेक्षाकृत आसान है बजाय अपने
अंदर का पता लगाने और इसकी खोज करने
के। और एक बार अगर व्यक्ति अपना निजी
व्यक्तित्व (सेल्फ) खोज लेता है, तो इसके
बाद उसके सीखने के लिए कुछ भी नहीं बचता
है और न ही उसके लिए यह आवश्यक रह
जाता है कि वह खुद उन चीजों के लिए
आत्मप्रशंसा करे जो सब उसने इस
प्रक्रिया में सीखा है। आज भी मैं अपने निजी
व्यक्तित्व (सेल्फ़) को खोजने की कोशिश
कर रहा हूं और अपने दोस्तों और शुभचिंतकों
के माध्यम से मैं इसे खोजता रहता हूं।
सवाल नं 6:क्या आपका कोई शौक है?
जवाब: मुझे लोगों से मिलना पसंद है, विभिन्न
तरह के लोगों से मिलना और उनके अनुभवों से
सीखना पसंद है। मुझे एकांत में भी समय
बिताना पसंद है।
सवाल नं 7: भारत में आपकी मनपसंद जगह
कौन सी है?
जवाब: हिमालय
सवाल नं 8: आपका सबसे पसंदीदा
राजनीतिज्ञ कौन हैं?
जवाब : भारत को एकीकृत करने और इसकी
एकजुटता के उनके प्रयासों के लिए मुझे
सरदार वल्लभभाई पटेल बहुत पसंद हैं। मुझे
भगत सिंह जैसे वीर लोग बहुत पसंद हैं
जिन्होंने इतनी कम उम्र में देश के लिए अपना
सबकुछ न्योछावर कर दिया। लोगों की चेतना
जगाने और स्वतंत्रता के संघर्ष में उन्हें
एकीकृत करने के लिए महात्मा गांधी मेरे
आदरणीय हैं। ऐसे कई अन्य महापुरुष एवं
वीरांगनाएं हैं जिनका मेरे जीवन पर गहरा
प्रभाव पड़ा है। इस दुनिया को बेहतर बनाने
की अपनी खोज में हमें उन लोगों से सीखना
चाहिए।
सवाल नं 9: आपकी सबसे पुरानी यादें क्या
हैं?
जवाब: मेरी यादें अपने गृह राज्य के एक छोटे
से शहर में अपने लालन-पोषण की हैं जब
हमारा देश स्वतंत्र हुआ था। मैं बहुत धनी
परिवार से नहीं था ऐसे लोगों को अपने
शुरूआती दिनों की कठिनाइयों हमेशा याद
रहती हैं। और अन्य यादों में मुझे वह अपना
समय याद रहता है, जब मैं स्थानीय रेलवे
स्टेशन पर अपने पिता की चाय की दुकान पर
चाय बेचता था। मैं वह भी समय याद करता हूं
जब हमारा देश युद्ध लड़ रहा था और मैं सफर
के दौरान सैनिकों को चाय पिलाता था। एक
याद यह भी है जब मैं और मेरे मित्रों ने एक फूड
स्टॉल स्थापित किया था और उससे हुई आय
को हमने स्थानीय बाढ़ से प्रभावित लोगों की
सहायता हेतु दान में दे दिया था।
सवाल नं 10: आपकी सबसे बड़ी शक्ति क्या
है?
जवाब : क्या मुझे सुपर पावर के बारे में विचार
करना चाहिए या सुप्रीम पावर के बारे में? मुझे
लगता है हम सब पर उस सर्वोच्च शक्ति की
कृपा है, हम सब उसी के अंदर हैं। वो सर्वोच्च
शक्ति क्या है...न मैं जानता हूं और न ही मैं
आपको उसका वर्णन कर सकता हूं।
सवाल नं 11: जीवन में आपने सबसे
महत्वपूर्ण सबक क्या सीखा है?
जवाब: अपनी कठिनाइयों से मैंने सीखा, मन से
काम करना और उसे पूर्णतः संपन्न करना।
सवाल नं 12: आपका सबसे बड़ा डर क्या है?
जवाब: मेरा जीवन ऐसा रहा है कि डर के लिए
मेरे जीवन में कोई खास जगह नहीं रही है।
लेकिन मेरे दिमाग में यह हमेशा चलता रहता है
कि अपने अंतिम समय तक मैं किसी के लिए
बोझ न बनूं। मुझे इस संभावना से डर लगता है
(मैं किसी के ऊपर बोझ न बन जाऊं)।
सवाल नं 13: लोगों की कौन से आदतों से
आपको सबसे ज्यादा गुस्सा आता है?
जवाब : स्वभावतः मुझे गुस्सा नहीं आता है।
गुस्सा करना मेरी शैली नहीं है। लेकिन हां,
जैसा कि मैंने पहले कहा जब कोई व्यक्ति
अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं देता है तो वह चीज
मुझे पसंद नहीं आती है। असफलता से
घबराना नहीं चाहिए, अपना प्रयास जारी
रखना चाहिए। दोहरे मापदंड रखने वाले लोग
भी मुझे पसंद नहीं हैं। आप जो हैं, वही रहें यह
बहुत महत्वपूर्ण है।
सवाल नंबर 14: जब आप बड़े हो रहे थे तब
आपने क्या बनने का सपना देखा था?
जवाब: मैं एक ऐसे माहौल में पैदा हुआ और
बड़ा हुआ जिसमें गरीब सपने भी नहीं देख
सकते थे। उसी समय मैंने अपने अंतर्मन में
महसूस किया कि हर किसी को सिर्फ अपने
लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी जीना
चाहिए। हालांकि, मुझे अपने आगे के पथ के
बारे में पता नहीं था जिस पर चलकर मैं अपने
भीतर की इस सोच को साकार कर सकता था।
मैं उसी पथ पर चलता रहा जिस पथ पर मेरा
भाग्य मुझे ले जाता रहा। हालांक, एक बात जो
निरंतर बनी रही, वह यह कि दूसरों की सेवा के
लिए जीवन जीना है।
सवाल नंबर 15: आपकी सबसे पसंदीदा फिल्म
कौन सी है और क्यों?
जवाब: आमतौर पर मेरा फिल्मों की तरफ
झुकाव नहीं रहा है। लेकिन मैं अपनी
युवावस्था में फिल्में देखता था, जिज्ञासा से,
ऐसी जिज्ञासा जो सिर्फ युवावस्था में होती
है। फिर भी सिर्फ मनोरंजन के लिए फिल्में
देखना मेरे स्वभाव कभी नहीं रहा। इसके
बजाय, मैं फिल्मों में दिखाई गई कहानियों से
जीवन के लिए सबक ढूंढ़ता था। याद है, एक
बार मैं अपने शिक्षकों और कुछ दोस्तों के
साथ आरके नारायण की उपन्यास पर
आधारित मशहूर हिंदी फिल्म गाइड देखने गया
था। और फिल्म के बाद मेरी अपने दोस्तों के
साथ इस फिल्म पर गहन चर्चा हुई थी। मेरा
तर्क यह था कि इस फिल्म में मुख्य चीज यह
दिखाई गई है कि अंत में हर कोई अपनी
अंतरात्मा से ही निर्देशित होता है। लेकिन तब
मैं बहुत छोटा था, मेरे दोस्तों ने मेरी बात को
गंभीरता से नहीं लिया!
सवाल नं 16: आपके अपने जीवन पर बनी
फिल्म में आप किसे चाहेंगे जो आपकी भूमिका
निभाए?
जवाब: हर व्यक्ति की अपनी-अपनी सोच
होती है। हम इस बात की इच्छा क्यों करें कि
मेरे जाने के बाद लोग मुझे याद रखें? अगर
उन्हें कुछ याद रखना भी हो तो हमारे कार्यों,
दूसरों के लिए किए गए हमारे योगदान को उन्हें
याद रखना चाहिए। और अगर आपने अपने
जीवन में योग्य काम किया गया है तो जो उस
कार्य को आगे ले जाएगा वही मेरे जीवन की
भी भूमिका निभा रहा होगा और अपने जीवन
की भी!
सवाल नंबर 17: अगर आप अतीत में जा सकें
तो आप कहां जाना चाहेंगे?
जवाब: यह बहुत ही पुराना सवाल है। हर किसी
को अपना बचपन सबसे ज्यादा पसंद होता है,
हर कोई वही समय याद करता है; वह
मासूमियत, वह मुक्त जीवन, तालाब में तैराकी,
गली में खेलना!
सवाल नं 18: अगर आपके घर में आग लगी हो
तो वो कौन-सी एक चीज है जिसे आप बचाना
चाहेंगे?
जवाबः मेरी स्वाभाविक प्रतिक्रिया यह
देखने की होगी कि आग आसपास के क्षेत्र में
कहां तक फैली है। मुझे लगता है कि अगर मैं
ऐसा करने में सक्षम हो गया तो अपने आप ही
बहुत सारी चीजों को जलने से बचाया जा
सकेगा।
सवाल नं 19: अगर आपको रात के खाने पर
तीन लोगों, मृत या जीवित, को आमंत्रित
करना हो तो वे कौन-कौन से लोग होंगे?
जवाब: स्वभाव से, मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो
आध्यात्मिक प्रयोजनों के लिए उपवास
रखता हूं। अतः इस यात्रा में, अगर मैं इसी
तरह के किसी व्यक्ति से मिलता हूं तो मेरी
पहली पसंद होंगे; स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण
परमहंस और महर्षि रमण जैसे महान
व्यक्तित्व वाले। ये सब परम आत्मा वाले
महापुरुष हैं, जिन्हें रात के खाने की जरूरत नहीं
है!
सवाल नं 20: आपका पसंदीदा उद्धरण?
जवाब: मेरा पसंदीदा उद्धरण है- 'सत्यमेव
जयते, सत्य की हमेशा जीत होती है।'
इंटरव्यू के अंश narendramodi.in से साभार